Sardar Patel Death Anniversary : सरदार वल्लभभाई पटेल की 10 महत्वपूर्ण बातें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 दिसंबर 2021 को देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की 71वीं पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी. प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया कि सरदार पटेल को उनकी पुण्यतिथि पर याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं. उनकी असाधारण सेवा, उनके प्रशासनिक कौशल और हमारे राष्ट्र को एकजुट करने के अथक प्रयासों के लिए भारत हमेशा उनका आभारी रहेगा।

सरदार वल्लभभाई पटेल की 10 महत्वपूर्ण बातें

भारत के स्वतंत्रता संग्राम और स्वतंत्रता के बाद पूरे देश को एकजुट करने में उनका योगदान अविस्मरणीय है। 15 दिसंबर 1950 को उनकी मृत्यु हो गई, जब वे 75 वर्ष के थे। उनका जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात के खेड़ा जिले में हुआ था। एक किसान परिवार में जन्मे सरदार वल्लभभाई पटेल को उनकी कूटनीतिक क्षमताओं के लिए भी याद किया जाता है।

सरदार पटेल से जुड़ी 10 अहम बातें

  1. सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात के नडियाद (नानिहाल) में हुआ था। उनका पैतृक निवास स्थान गुजरात के खेड़ा के आनंद तालुका में करमसाद गांव था।
  2. स्वतंत्र भारत को एकजुट करने का श्रेय सरदार वल्लभभाई पटेल की राजनीतिक और कूटनीतिक क्षमता को दिया जाता है।
  3. सरदार पटेल को अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने में काफी समय लगा। उन्होंने 22 साल की उम्र में 10वीं की परीक्षा पास की थी।
  4. उसका अपना घर भी नहीं था। वे अहमदाबाद में किराए के मकान में रहते थे। जब 15 दिसंबर 1950 को मुंबई में उनका निधन हुआ, तो उनके बैंक खाते में केवल 260 रुपये मौजूद थे।
  5. भारत के स्वतंत्रता संग्राम और स्वतंत्रता के बाद पूरे देश को एकजुट करने में उनका योगदान अविस्मरणीय है। वर्ष 1991 में उन्हें भारत सरकार द्वारा मरणोपरांत 'भारत रत्न' से सम्मानित किया गया था।
  6. सरदार पटेल ने 1917 में खेड़ा किसान सत्याग्रह, 1923 में नागपुर झंडा सत्याग्रह, 1924 में बोरसद सत्याग्रह 1928 में बारडोली सत्याग्रह में अपना महत्वपूर्ण योगदान देकर अपनी राष्ट्रीय पहचान स्थापित की।
  7. इस बारडोली सत्याग्रह में उनके सफल नेतृत्व से प्रभावित होकर महात्मा गांधी और वहां के किसानों ने वल्लभभाई पटेल को 'सरदार' की उपाधि दी। सरदार वल्लभ भाई पटेल ने अपना पूरा जीवन देश की सेवा में समर्पित कर दिया था।
  8. उसने भारत में 562 रियासतों का विलय करवाया था। भारत को एक राष्ट्र बनाने में वल्लभभाई पटेल की विशेष भूमिका है। सरदार पटेल के विचार आज भी लाखों लोगों को प्रेरित करते हैं।
  9. आर्थिक संकट ऐसा था कि स्कूली शिक्षा के बाद वह पढ़ नहीं पाया और किताबें लीं और घर पर ही जिलाधिकारी की परीक्षा की तैयारी करने लगा। इस परीक्षा में उसे सबसे ज्यादा अंक मिले हैं।
  10. इसके बाद वे 36 साल में इंग्लैंड गए और वहां कानून की पढ़ाई की।

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